एक लड़का था... जिसे सिर्फ़ क्रिकेट से प्यार था

"मगर मां-बाप बोले – खेल छोड़ो, पढ़ाई करो

उसने बल्ला छोड़ दिया, किताबें पकड़ लीं... लेकिन दिल भारी था

वक़्त बीता... वो पढ़-लिख कर बड़ा बन गया, पर अधूरा रह गया

एक दिन बेटे को खेलते देखा... और बीते ख्वाब जाग उठे

इस बार उसने बल्ला नहीं छीना... दिया ❤️ कहा – 'खेलो बेटा, सपनों को मत मारो!